Sunday, September 5, 2010
वी आर फॅमिली "एक साफ़ सुथरा मनोरंजन "
सिद्धार्थ मल्होत्रा द्वारा निर्देशित और करण जौहर द्वारा निर्मित बहुप्रतीक्षित फिल्म "वी आर फॅमिली "इस हफ्ते रीलिज हुई । वी आर फेमेली होलीवुड की फिल्म 'स्टेप्मोम' का भारतीय संस्करण है| सबसे पहले तो करण जौहर बधाई के पात्र है की उन्होंने विधिवत किसी फिल्म होलीवुड फिल्म के राईट खरीद कर उसका हिंदी संस्करण बनाया है। कहानी एक परिवार की है जिसमे अमन( अर्जुन रामपाल ) माया (काजोल) और उनके बच्चे अलिया (अंचल मंजुल) अंकुश(नोमिनाथ गिन्सबर्ग) और अंजलि (दिया सोनेचा ) है । कहानी में अमन और माया का तीन साल पहले तलाक हो चूका है । और दोनों अलग रहते है । श्रेया ( करीना कपूर) अमन की गर्लफ्रेंड है जिसकी दोस्ती अमन अपने बच्चो से करवाना चाहता है । फिल्म में आगे बनते बिगड़ते रिश्तो का जाल बुनता जाता है और फिल्म आगे बड़ती जाती है । फिल्म करण जौहर के खास स्टाइल को फालो करती है जिसमे इमोशन , ट्रेजेडी , ड्रामा और रिश्तो के उतर चड़ाव साफ़ नजर आते है ।
फिल्म के हर किरदार ने अपने रोल को बखूबी जिया है । अर्जुन रामपाल , करीना कपूर , काजोल तीनो ने बेहतरीन अभिनय किया है ,करीना और काजोल दोनों ने अपने अपने रोल को बखूभी निभाया है , कई बार तय करना मुश्किल हो जाता है की दोनों में से कोन बेहतर है। तीनो बाल कलाकारों ने भी अपने नपे तुले अभिनय की छाप छोड़ी है । यह पूरी तरह से पारिवारिक फिल्म है । फिल्म के अन्य पहलुओ की बात करे तब इस फिल्म की सबसे कमजोरे कड़ी है फिल्म के डायलाग, फिल्म के डायलाग हिग्लिश (हिंदी+इंग्लिश) में लिखे गए है जो हिंदी भाषी दर्शको के गले नहीं उतरते। फिल्म के कई द्रश्य ऐसे है जो दर्शको को आंसू बहाने पर मजबूर कर सकते थे परन्तु वहा पर डायलाग का सपोर्ट न होने पर ये आंसू आँख तक आ कर रुक जाते है । उदहारण के लिए फिल्म के एक द्रश्य में काजोल अपनी बेटी से कहती है " एक दिन तुम भी शादी करोगी एंड डेट डे यु अर डी मोस्ट ब्यूटीफुल ब्राइड इन डी वर्ल्ड " अब यहाँ पर यह डायलाग यूँ भी कहा जा सकता था की "तब तुम दुनिया की सबसे ख़ूबसूरत दुल्हन होगी " ।
फिल्म के गीत -संगीत की अगर बात की जाए तब शंकर-एहसान- लाय ने औसत श्रेणी का संगीत दिया है । दीपा मेहता का संपादन भी ठीक ठाकहै ।
करण जोहर ने यह फिल्म पूरी तरह से मल्टीप्लेक्स के दर्शको और प्रवासी भारतीयों को ध्यान में रख कर बनायीं है । परन्तु वह यह बात भूल गए की जिस प्रबुद्ध वर्ग को टारगेट करके उन्होंने फिल्म का निर्माण किया है वह वर्ग काफी हद तक "स्टेप्मोम" से परिचित है और वह दोनों फिल्मो की तुलना अवश्य करेगा, अब यदि करण जोहर अपने दर्शक वर्ग में छोटे शहर और कस्बो को भी शामिल कर लेंते और अपनी फिल्म की भाषा हिंगलिश न रखते हुए हिंदी रखते तब उन्हें शायद एक ज्यादा बड़ा दर्शक वर्ग मिलता और ज्यादा फायदा भी| क्योंकी यह वर्ग न तो "स्टेप मोम'' को जानता है न ही उसकी कहानी को तब उनके लिए "वी आर फॅमिली " पूरी तरह से नयी कहानी है |
अंत में यह कहा जा सकता है की " वी आर फॅमिली " एक साफ़ सुथरी और मनोरंजक फिल्म है जिससे पुरे परिवार के साथ बैठकर देखा जा सकता है |
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