Friday, October 1, 2010

अनजाना-अनजानी :क्यों बनी ये कहानी



ना जानते तुम्हे तो बेहतर ही था|
जान कर अनजान बनना हमारी फितरत नहीं ||

निर्माता साजिद नदियावल और निर्देशक सिद्धार्थ आनंद की फिल्म अनजाना - अनजानी दो विपरीत स्वभाव वाले व्यक्तियों की प्रेम कहानी है | फिल्म में आनंद (रणबीर कपूर और कियाना (प्रियंका चोपड़ा )दोनों आत्महत्या करना चाहते है और दोनों की मुलाकात आत्हत्या की कोसिस करते हुए हो जाती है |दोनो आत्महत्या करने में असफल हो जाते है औरतब दोनों फैसला करते है की २० दिन में अपने सारे काम और शौक पूरा कर के साथ में मरेंगे |बस यही से प्यार पनपने की परीस्थिति शुरू हो जाती है और और हर भारतीय मसाला प्रेम कहानी की तरह एक सुखद अंत पर फिल्म ख़तम हो जाती है |

देखा जाये तो इस फिल्म का कांसेप्ट थोडा हट कर है परन्तु उसे भुनाने में निर्देशक सिद्धार्थ आनंद असफल रहे है |फिल्म की सबसे कमजोर कड़ी इसकी कमजोर पटकथा और उसमे कसावट की कमी है और रही सही कसर उसका सामान्य निर्देशन पूरा कर देता है |फिल्म का पहला भाग तो पूरी तरह से बोर करता है इंटरवल के बाद फिल्म कुछ गति पकडती है पर बीच बीच में लोकल ट्रेन की भांति रुक जाती है |

अभिनय के मामले में रणबीर और प्रियंका दोनों ने अच्छा काम किया है बल्कि कई द्रश्यो में प्रियंका ने रणबीर को मात भी दी है |फिल्म में यदि कुछ इमोशन ,ड्रामा और कामेडी का तड़का होता तो यह अभिनय और उभर के सामने आता। फिल्म में जो थोडा बहुत हास्य का पुट है भी तो वह सिर्फ द्विअर्थी द्रश्यो से पैदा होता है जिसका असर सीमित रहता है |फिल्म का संपादन और धव्नियांकन औसत दर्जे का है । आश्चर्य की बात है की विशाल -शेखर( म्यूजिक डायरेक्टर ) और सलीम -सुलेमान (बेग-ग्राउंड एसकोर ) जेसी दो बड़ी संगीत जोडियो के होने के बावजूद संगीत में कहने को कुछ खास नहीं है । फिल्म में कुछ संवाद जरुर अच्छे है जो जीवन के मायने पिरोने के लिए लिखे गए है

कुल मिला कर कहा जा सकता है की यदि यह फिल्म पिछले हफ्ते रिलीज हो जाती तब यह उस सप्ताह की एकमात्र फिल्म होती परन्तु इस हफ्ते लगभग २०० करोड़ वाली फिल्म रोबोट के सामने अंजना- अनजानी का प्यार कमाल दिखा पाए इस बात में संदेह है |क्योकि दर्शक मनोरंजन की नब्ज़ पहचानते है | साहब ये पब्लिक है यह सब जानती है |

No comments:

Post a Comment